स्वच्छता सर्वे में सवाल होगा- क्या पब्लिक टाॅयलेट गूगल मैप पर हैं? इसलिए बच्चों को टाॅयलेट नियर मी सर्च करा रहा निगम

जयपुर. स्कूल काॅलेज के बच्चों काे गूगल पर सर्च करने पर नजर आएगा उनके नजदीक टॉयलेट कहां पर हैं। ताकि उन्हें खुले में टॉयलेट से राेका जा सके अाैर बालिकाओं काे परेशानी नहीं हाे। निगम प्रशासक विजयपाल सिंह ने स्कूल प्रबंधन को छात्रों को बताने के लिए कहा कि क्या आपको पता है कि आपके शहर के सार्वजनिक शौचालय गूगल मैप पर दर्ज हैं? 
इस सवाल का जवाब 'हां' है। आप गूगल पर जाकर पब्लिक टॉयलेट नियर मी लिखेंगे तो आपके मोबाइल या लेपटॉप पर आस-पास स्थित सार्वजनिक शौचालयों की जानकारी आ जाएगी।
 


क्या शहर के पब्लिक टॉयलेट गूगल मैप पर हैं? यह सवाल आपको इसलिए जानना जरूरी है क्योंकि स्वच्छ सर्वेक्षण में सिटीजन फीडबैक के अंतर्गत जो 7 सवाल सीधे शहरवासियों से पूछे जाएंगे, यह उनमें से यह एक है। यदि आपका जवाब हां रहता है तो इस सवाल के पूरे अंक जयपुर को मिलेंगे, जो जयपुर की रैंकिंग में ऊपर लाएगा। इसीलिए स्कूली छात्र जो इंटरनेट का ज्यादा उपयोग करते हैं और सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय हैं उन्हें इससे जोड़ा जाए। ताकि जयपुर को स्वच्छता सर्वे में लाभ मिल सके। 
 


आगे क्या? जागरूकता के लिए निगम प्रशासन स्कूलों में इंटर हाउस गतिविधियां आयोजित करेगा। सफाई से सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, पोस्टर आदि प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी। ताकि बच्चे स्वच्छता का महत्व समझ सकें और अपने परिजनों और परिवार तक स्वच्छता का संदेश पंहुचाएं।


स्कूलों को ऑफर सफाई के लिए सड़क पार्क गोद लें


निगम प्रशासक ने स्कूल संचालकों से कहा कि अगर वे चाहें तो अपने आस-पास की किसी सड़क के भाग, पार्क आदि की स्वच्छता की जिम्मेदारी ले सकते हैं। निगम पूरी मदद करेगा। स्वच्छता को लोगों के जीवन का हिस्सा बनाने और स्वच्छ सर्वे 2020 में जयपुर को प्रथम स्थान पर लाने के लिए स्कूल संचालकों के साथ निगम मुख्यालय के ईसी हाल में सोमवार को बैठक हुई। सभी स्कूल, काॅलेज संचालकों से कहा गया कि वे प्रार्थना समय या जीरो पीरियड में बच्चों को स्वच्छता के संबंध में जागरूक करें।